मेरे पापा स्व० श्री राज बल्लभ सहाय के जन्मदिन 16 नवम्बर के अवसर पर---
"श्रद्धा सुमन"
जन्मदिन
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जन्मदिन तो एक बहाना है,
आपकी स्मृति को...
दिल से बाहर लाकर
यादगार पल के रुप में मनाना है,
क्योंकि .......
दीपशिखा सी प्रज्वलित है
दिल में मेरे,
अब भी आपके स्नेह का
वह दिव्य स्वरूप।
भावभीनी श्रद्धा संग
अर्पित है - कोटिश: नमन!
स्वीकार करें..आप इसे
अपने जन्मदिन के पावन
पुनीत अवसर पर।।।
बेटी...रेनू
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