कभी चहकता बचपन मिलेगा,
कभी सिसकता बचपन दिखेगा,
पर बचपन के हर रुप में दिखेगा,
सिर्फ मासूमियत ही मासूमियत।
कभी मचलना, कभी चहकना,
कभी चुहुलबाजी व शैतानियां,
बच्चों के संग बच्चा बनकर,
जी लो, अपना बचपन एक बार फिर।।
बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाइयां...
रेणुका श्रीवास्तव
https://www.facebook.com/PhulkariRenuka/
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