माँ के ममता भरे प्यार में ,
अमृत का अमरत्व घोल है।
उनके घुट्टी व उपदेश में,
जिन्दगी जीने का सार है।
माँ के त्याग व परामर्श में,
नयी अनुभूति का आभास है।
उनके दुलार व पुचकार में,
मीठी गुदगुदी का एहसास है।
माँ के प्रेम व आलिंगन में,
ब्रह्माण्ड का सुख व आराम है।
माँ की डाँट व फटकार में,
सच्चे उन्नत राह का पड़ाव है।
माँ की तिरस्कार भावना में भी,
आगे बढ़ाने की अभिलाषा है।
लोरी की मीठी तान में उसके,
सुखद निद्रा की नींव व संदेश है।
माँ के स्नेह व आशीर्वाद में,
जीवन की अखण्ड दिव्य ज्योति है।
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