मेरे चंदा मामा (बाल कहानी)

अनुष्का अपने मम्मी-पापा के साथ छुट्टियाँ मनाने दादी के घर आई। रात में आकाश पर चंद्रमा को चमकते देखकर वह अति प्रसन्न हुई। वह आश्चर्यचकित होकर अपने भैया को पुकारती है,"भैया-भैया!देखो, जो चन्दा मामा हम लोगों के घर पर थे, वह यहाँ दादी के घर भी आ गये। क्या चन्दा मामा भी दादी के घर घूमने आये है ? वह हम लोगों का पीछा करते हुए तो नहीं यहाँ पँहुच गए।"
अनुष्का के प्रश्नों की बौछार से घबड़ाकर आरुष बोला," अरे अनुष्का, तुम इतने सारे प्रश्न एक साथ पूछोगी, तब मैं तुम्हें कैसे समझाऊँगा ? ध्यान से सुनो। चन्दा मामा तो एक ही है। रात में जब चंद्रमा निकलता है, तब वह हम लोगों को दिख जाता है। तुम रेलगाड़ी में सो रही थी, नहीं तो तुम्हें भी खिड़की से चन्दा मामा दिखाता। वे हम लोगों के साथ ही चल रहे थे। हम लोग चन्द्रमा को ही चन्दा मामा कहते है।"
आरुष ने अनुष्का को समझाया," चन्द्रमा का आकार गोल है। पृथ्वी की तरह यह भी सूर्य के प्रकाश से चमकता है। हम लोग चन्द्रमा के उसी भाग को देख पाते है, जो सूर्य के द्वारा प्रकाशित होता है। एक माह में एकदिन पूर्णिमा और एकदिन अमावस्या होती है। पूर्णिमा के दिन पूरा चाँद गोल आकृति में दिखता है। अमावस्या के दिन चाँद बिलकुल नहीं दिखता है, जिससे रात्रि में पूर्ण अंधेरा रहता है। बाकी दिनों में चन्द्रमा का आकार घटता और बढ़ता रहता है। इसलिए वह भिन्न-भिन्न रुपों में हम लोगों को दिखाई देते हैं।"
अनुष्का ने फिर पूछा," भैया, क्या हम लोग मामा के घर जायेंगे तब भी चन्द्रमा हमें ऐसे ही दिखेंगे?"
आरुष ने बताया," चन्द्रमा हमें रात्रि में सभी जगह से दिखता है। कभी-कभी बादल चन्द्रमा को ढ़क लेता,तब हमें चन्द्रमा नहीं दिखता है। चन्द्रमा के साथ-साथ हमें आकाश में बहुत से तारे भी दिखते है। ये तारे दिन में भी आकाश में रहते है, परन्तु सूर्य की तेज रोशनी के कारण हमें नहीं दिखते है। पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है,और चन्द्रमा पृथ्वी का।"
आरुष ने अनुष्का से फिर कहा," बहुत समय पहले से ही वैज्ञानिक चन्द्रमा के बारे में खोज कर रहे है। वे विस्तृत जानकारी प्राप्त करने में लगे हुए है। उन्होंने चाँद पर मानव को भी भेजा। चन्द्रमा की जलवायु जीव-जन्तुओं के रहने योग्य है अथवा नहीं। यह जानने के लिएसभी देश के वैज्ञानिक दिन-रात काम कर रहे है। अब तो वैज्ञानिकों ने चाँद पर पानी होने की भी पुष्टि की है। इन खोजों का मुख्य उद्देश्य चन्द्रमा पर जीव-जन्तु और मानव को बसाना है।"
अनुष्का को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि भविष्य में लोग चाँद की यात्रा करेंगे और वहाँ पर रहेंगे भी। अनुष्का ने खुशी से ताली बजाते हुए आरुष से कहा,"अरे वाह भैया, तब तो जब मैं चाँद पर रहूंगी, तब तुम मुझसे मिलने वहाँ जरुर आना। हम लोग मिलकर खूब खेलेंगे, हमें बहुत मजा आयेगा।"

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