कर्म उम्मीद और उल्लास (कविता)

कर्म ऐसी परिभाषा है
जो जीवन को धन्य बनाती है
उम्मीद एक किरण है
जो जीने की राह दिखाती है
उल्लास एक एहसास है
जो जीवन को सुलभ बनाती है
कर्म-उम्मीद-उल्लास के संगम से
स्वयं अपनी जब पहचान बनाऐंगे
तब करोना जैसी वैश्विक महामारी
धीरे-धीरे विलुप्त हो जायेगी
सुख-दुख के सुनहरे मौका से 
खुद दृढ़ बनेंगे, देश को सदृढ़ बनाऐंगे

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