कविता
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो
कलियों को खिल जाने दो,
फूलों को मुस्कुराने दो,
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो।
चिड़ियों को चहचहाने दो,
तितलियों को मड़राने दो,
गाय को रम्भाने दो,
बछड़े से उन्हें मिल जाने दो,
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो।
माँ को लोरी गुनगुनाने दो,
बच्चे को आँचल में छुप जाने दो,
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो।
बच्चों को गुल्ली-डंडा खेलने दो,
आँखमिचौली के लिए उन्हें छुप जाने दो,
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो।
जी भरकर मुझे मुस्कुराने दो,
उन गलियों में घुम आने दो,
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो।
दोस्तों को गुदगुदाने दो,
कुछ मीठी तान उन्हें सुनाने दो,
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो।
मधुर स्मृतियों में मुझे खो जाने दो,
मीठे सपनों को सहेजने दो,
मुझे मेरे बचपन में लौट आने दो।
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